Top 151 Anmol Vachan in Hindi | सर्वोत्तम सुविचार अनमोल वचन
नए अनमोल वचन – Anmol Vachan Status in Hindi
101. पसंद को बदलते देर नही लगती है, इसलिए हमेशा दिल सही भी नही होता है, कुछ निर्णय दिमाग से भी लिए जाने चाहिए।
102. आप इस दुनिया के लिए चाहे जितना कुछ कर ले, वह फिर भी उसे कम करके ही आंकेगी। इसलिए वह करे जो आपका मन करे, ना कि जो दुनिया कहे।
103. आप दूसरों से जो अलग कर रहे हैं, वही तो आपकी पहचान बनाने का काम करेगा।
104. इतना भी ऊपर मत उडो कि कोई आपको संभालने तक ना आने पाए।
105. कुछ कर्मों की सजा आपको कानून नही दे सकता हैं। उनका फैसला तो ईश्वर की अदालत में होता है।
106. जीवन का असली सबक आपको खाली पेट और खाली जेब ही सिखा सकती है।
107. अपने अच्छे समय में आप दूसरों के साथ कैसा व्यवहार कर रहे हैं, वही निर्धारित करेगा कि दूसरे आपके बुरे समय में आपके साथ किस तरह का व्यवहार करने वाले हैं।
108. जब भी आप आसमान की ऊँचाइयों तक पहुँच जाएंगे तो याद रखना, उस समय कोई ना कोई आपके पंख काटने जरुर आएगा।
109. आपको दूसरों के बारे में उतना ही बोलना चाहिए जितना आप खुद के बारे में सुन सकते हैं।
110. जब तक लोगों को आपसे काम होगा तब तक ही वे आपसे मतलब रखेंगे। उसके बाद तो आपको दूर से ही सलाम दुआ करके चले जाएंगे।
111. क्रोध और आंधी जब आते हैं तो बहुते तेज आते हैं लेकिन इनके शांत होने के बाद ही पता चलता है कि वे दोनों क्या कुछ नुकसान करके गए हैं।
112. जो व्यक्ति अपने प्यार के लिए अपने माता पिता को धोखा दे सकता है वह आगे चलकर अपने प्यार को धोखा देने में भी नही हिचकिचाएगा।
113. ऐसे आपको बहुत लोग मिल जाएंगे जो ईश्वर का नाम भी केवल और केवल अपने मतलब के लिए ही लेते हैं।
114. हमेशा ईश्वर से मांगने ही क्यों जाते हो, कभी उनसे मिलने भी चले जाना चाहिए।
115. यदि आपके एक झूठ से किसी बेगुनाह व्यक्ति का भला होता है तो यह झूठ सत्य से भी बड़ा बन जाता है।
116. यदि आप चाहते हैं कि आपके अंदर सूरज के जैसी चमक हो तो पहले उसके जैसे जलना सीख लेना चाहिए।
117. यदि आपका खुद पर ही विश्वास नहीं है तो आप दूसरों से इसकी अपेक्षा कैसे ही रख सकते हैं।
118. यदि रास्ता दिखने में अच्छा लग रहा है तो इस बात का पहले ही पता कर ले कि वह किस मंजिल को जाता है लेकिन यदि मंजिल अच्छी है तो उसके रास्ते के बारे में ज्यादा सोच विचार ना करे।
119. दूसरों को अपना तो बनाया जा सकता है लेकिन जो अपने है उन्हें अपना बनाए रखना मुश्किल होता है।
120. यदि आप दूसरों की निंदा सुनकर घबरा जाएंगे तो फिर आपकी और निंदा होगी। वही यदि आप कुछ पा लेंगे तो वही निंदा करने वाले ही आपके लिए शुभ बाते बोलेंगे।