90s की मशहूर अभिनेत्री Divya Bharati को महज़ 19 साल की उम्र में करना पड़ा था इस्लाम कबूल, जाने क्या थी वजह !
साल 1992 में तीन हिट फ़िल्में देने वाली Divya Bharati साल 1993 में महज 19 साल की उम्र में इस दुनिया को हमेशा के लिए छोड़कर चली गई। भले ही दिव्या भारती अब हमारे बीच ना हो लेकिन वो 90 के दशक की ऐसी अभिनेत्रियों में से एक थी जो चंद फ़िल्में करके रातों रात मशहूर हो गई थी। उन्होंने अपने छोटे से फिल्मी करियर में बॉलीवुड के कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया था। वैसे दोस्तों आप इनकी फिल्मों के बारे में तो सब कुछ जानते होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिव्या भारती नें साजिद से शादी करने के लिए अपना धर्म क्यों बदला था और दिव्या की रहस्य्मय मौत कैसे हुवी थी? आज की हमारी इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं। तो अंत तक ज़रूर बने रहियेगा।
Divya Bharati को क्यों अपनाना पड़ा इस्लाम धर्म
5 अप्रैल साल 1993 को अंतिम सांस लेने वाली दिव्या ने सुहागन ही दम तोड़ा, क्योंकि उससे ठीक 1 साल पहले उनकी शादी हुई थी। वो जब शोला और शबनम की शूटिंग कर रही थी तब फ़िल्म के हीरो गोविंदा ने उन्हें फ़िल्म के निर्माता निर्देशक साजिद नाडियाडवाला से मिलवाया था। सिर्फ 19 साल की उम्र में ही साजिद से निकाह करने के लिए दिव्या ने इस्लाम धर्म अपनाया था और सना नाडियाडवाला बन गई थी। दिव्या की अचानक हुई मौत के पीछे कई अटकलें लगाई गईं। दिव्या की मौत के बाद ऐसा भी कहा गया कि वो ड्रग्स लिया करती थी। जिसपर उनकी माँ ने कहा था कि वो ड्रग्स नहीं लेती थी। कई सालों तक तहकीकात करने के बावजूद पुलिस नतीजे पर नहीं पहुँच पाई और 1998 में ये केस बंद कर दिया गया।
आखिर कैसे हुवी थी Divya Bharati की रहस्य्मय मौत
अपनी मौत वाले दिन दिव्या शूटिंग खत्म करके चेन्नई से मुंबई लौटी थी। उनके पैर में चोट भी थी। रात के करीब 10:00 बजे होंगे, जब उनके घर में कुछ दोस्त आए हुए थे, सभी बैठकर शराब पी रहे थे। दिव्या की मेड अमृता किचन में खाना बना रही थी और दिव्या वही पास की खिड़की पर बैठकर खाने का इन्स्ट्रक्शन दे रही थी। इसी दौरान दिव्या का हाथ फिसला और बिना ग्रिल वाली खिड़की से वो सीधे नीचे जा गिरी। अफसोस कि अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दिव्या ने दम तोड़ दिया। दिव्या की मौत के बाद साजिद पर न जाने कितने आरोप लगाए गए, लेकिन उन्होंने अपने प्यार को साबित किया। आज भी साजिद के वॉलेट में दिव्या की तस्वीर होती है। दिव्या के परिवार को साजिद अपना परिवार मानते हैं।