जाने सुमित अंतिल का जीवन परिचय | Sumit Antil Biography in Hindi
सुमित अंतिल ने जीता गोल्ड मैडल ,भारत के खाते में आज २ गोल्ड मैडल आये। सुमित अंतिल (Sumit Antil) ने टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) में बढ़िया प्रदर्शन करते हुवे, सुमित अंतिल (Sumit Antil) ने टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) में भारत के कहते खाते में एक और गोल्ड मैडल दाल दिया।
सुमित अंतिल ने कैसे जीता गोल्ड मैडल
सुमित अंतिल ने फाइनल में आज विश्व रेकॉर्ड बनाया , सुमित ने 68.55 मीटर का थ्रो कर स्वर्ण पदक यानि गोल्ड मेडल भारत के नाम किया।
भारत के खाते में आज जन्माष्टमी जैसे पावन पर्व पर दूसरा गोल्ड मैडल गिरा। इससे पहले अवनी लखेरा ने सोमवार सुबह को गोल्ड मैडल जीता।
सुमित अंतिल ने फाइनल की शुरुआत में 66.95 मीटर का पहला प्रयास किया था। फिर उनका पांचवा प्रयास 68.55 मिटर का रहा और पहला स्थान प्राप्त किया।
सुमित ने अपने दूसरे प्रयास में 68.08 मीटर, तीसरे प्रयास में 65.27 मीटर , चौथे प्रयास में 66.71 मीटर का थ्रो किया। जबकि उनका अंतिम थ्रो फाउल रहा.
सुमित अंतिल का जीवन परिचय
कौन हैं सुमित अंतिल? Who is Sumit Antil?
सुमित अंतिल का जन्म 7, जून, 1998 को सोनीपत के खेवड़ा गांव ,हरियाणा में हुआ था। सुमित के पिता एयरफोर्स में थे तब पिता राज कुमार की बीमारी से मृत्यु हो गई थी ,तब सुमित केवल 7 साल के थे। पिता के मृत्यु के बाद माँ निर्मला ने चारो बच्चो की परवरिश की।
सुमित अंतिल को क्या विकलांगता है? What disability Sumit Antil has?
एक बार एक सड़क हादसे में उनको पैर में गहरी चोट लगी, फिर वह पैर काम करना बंध कर दिया था। पर वह हताश नहीं हुवे और उन्होंने दूसरी नकली पैर लगाया, अभी वह यही पैर के साथ ही चलते है, और यह पैर के साथ ही उन्होंने गोल्ड मैडल भारत के नाम किया।
वैसे तो वह साल 2019 में इटली मैं वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स में उन्होंने f62 में विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया था, उसके बाद साल 2020 में ग्रीष्मकालीन पैरालंपिक में f62 में स्वर्ण पदक के लिए खेले थे।