भाद्रपद पूर्णिमा 2021: भाद्रपद पूर्णिमा कब है, पूजा विधि, महत्व
भाद्रपद पूर्णिमा कब है?
भाद्र पद माह में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भाद्रपद पूर्णिमा कहते है। इस दिन उमा महेश्वर व्रत किया जाता है। इस तिथि से पितृपक्ष यानि श्राद्ध पक्ष शुरू हो जाता है। इस साल भाद्रपद पूर्णिमा 2021 को 20 सितम्बर को मनाई जाएगी।
भाद्रपद पूर्णिमा क्या है?
पुराणों के अनुसार भाद्रपद पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा करने से सारे कष्ट दूर हो जाते है। इस दिन पवित्र नदी, सरोवर, और कुंड में स्नान करने का अधिक महत्व है।
इस दिन दान पुण्य करने का भी बहुत महत्व है। इस व्रत को करने से अविवाहित कुंवर और कन्याओ का शीघ्र विवाह हो जाता है। और आर्थिक समस्या भी दूर होती है।
भाद्रपद पूर्णिमा पूजा
इस दिन सुबह सबसे पहले स्नान आदि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करे। उसके बाद पूजा घर की साफ़ सफाई करे। फिर भगवान सत्यनारायण की प्रतिमा या चित्र को पीले रंग के कपडे पे रखे। पूजा में पंचामृत अवश्य बनाके रखे।
उसके बाद भगवान् की विधि वत पूजा करे और उनकी व्रत कथा पढ़े या सुने। उसके बाद भगवान सत्यनारायण के साथ शिवजी , माँ पार्वती , माँ लक्ष्मी आदि की भी आरती करे और फिर प्रसाद बाटे। पुरे दिन उपवास रखे और शाम को चंद्रमा को जल देने के बाद व्रत का पारण करे।
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