Meaning Of Slogan In Hindi | स्लोगन हिंदी में संपूर्ण जानकारी
Slogan In Hindi: स्लोगन जिसे हम हिंदी में नारा भी कहते हैं, (Slogan meaning in Hindi) इसका भारत देश में बहुत ही महत्व देखने को मिलता है। फिर चाहे देश की स्वतंत्रता का समय हो या कोई क्रांति लानी हो या लोगों को जागरूक किया जाना हो, हर जगह नारों का अलग ही महत्व देखने को मिलता है। एक तरह से देखा जाये तो स्लोगन के द्वारा ही लोगों को जोड़ने व जागरूक करने का कार्य किया जाता हैं। यही कारण हैं कि विद्यार्थी जीवन में भी नारों का औचित्य किसी से कम नही हैं।
Slogan In Hindi | जाने नारा क्या होता है संपूर्ण जानकारी
ऐसे में आज हम इस लेख के माध्यम से आपको स्लोगन का अर्थ समझाएंगे और इसके बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। कुल मिलाकर इस लेख (Nara in Hindi) के माध्यम से आपको नारों के ऊपर संपूर्ण जानकारी जानने को मिलेगी। साथ ही आपको देश के कुछ प्रसिद्ध स्लोगन के बारे में भी पता चलेगा और हम भी आपको कुछ नए स्लोगन देंगे जिन्हें आप (Nara lekhan in Hindi) इस्तेमाल में ला सकते हैं।
नारा क्या होता है? (Slogan in Hindi)
सबसे पहले बात की जाए कि आखिरकार यह नारा होता क्या है। तो जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि यह लोगों को जोड़ने का काम करता है लेकिन वास्तविकता में यह होता क्या है या नारे का मतलब क्या है। तो नारा एक तरह से वाक्य होता है जो एक पंक्ति या कुछ शब्दों का ही होता है। यह किसी चीज़ से सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ होता है जिसमें व्यक्ति कुछ ऐसे शब्दों का समावेश करता हैं जो बहुत ही भावुक, क्रांतिकारी या जोशीले (Slogan writing in Hindi) हो।
ऐसे शब्दों का इस्तेमाल इसलिए किया जाता हैं ताकि सामने वाले के मन में इन्हें बोलते समय एक जोश, जुनून, उल्लास व उमंग का संचार हो। यह नारा ज्यादा बड़ा नही होना चाहिए और ना ही एक दो शब्दों का होना चाहिए। यह ज्यादा से ज्यादा एक पंक्ति का जिसमें 4 से 10 शब्द हो, वैसा होना चाहिए। हालाँकि कुछ नारे इससे कम या ज्यादा शब्दों के हो सकते हैं जो व्यक्ति के अनुसार या क्रांति के अनुसार प्रसिद्ध भी हो गए।
स्लोगन को हिंदी में क्या कहते है? (Slogan ka Hindi arth)
Slogan In Hindi: स्लोगन भी एक बहुत ही प्रसिद्ध शब्द है लेकिन यह अंग्रेजी भाषा का एक शब्द होता है। जिस प्रकार भारत देश में नारे शब्द का इस्तेमाल किया जाता हैं उसी तरह अंग्रेजी जिन-जिन देशो में बोली जाती हैं वहां स्लोगन शब्द का इस्तेमाल प्रमुखता के साथ किया जाता हैं। अंग्रेजी भाषा की किताबो में भी स्लोगन शब्द का इस्तेमाल किया जाता हैं और (Slogan ka Hindi meaning) छात्रों को इसके बारे में पढ़ाया भी जाता हैं। साथ ही उन्हें तरह तरह के स्लोगन लिखने का काम भी दिया जाता है।
तो स्लोगन शब्द का हिंदी में अर्थ नारा ही होता है। आप यदि अंग्रेजी की किताब पढ़ेंगे या अंग्रेजी अख़बार या समाचार चैनल (Slogan ka matlab) देखेंगे तो वहां पर आपको नारों की जगह स्लोगन शब्द का इस्तेमाल होते ही दिखेगा। इसलिए यदि आगे से कोई आपको आगे से स्लोगन का अर्थ पूछे तो आप उसे नारा कह सकते हैं।
नारा कैसे बनता है? (Slogan kaise likhte hain)
अब आप यह भी जानना चाहेंगे कि यह नारा या स्लोगन बनता किस है और इसको बनाने का औचित्य क्या होता है। तो यहाँ हम आपको बता दे कि नारा बनाने के लिए कोई अलग से मेहनत नही करनी होती है। असली नारे तो वह होते हैं जो क्रांति ला रहे व्यक्ति के दिल से (Slogan kaise likhe) अपने आप ही निकले और आम जन की आवाज बन जाए। आज तक कई ऐसे नारे हुए हैं जिन्होंने देश की दिशा तक बदल कर रख दी। यहाँ तक कि हमारे ईश्वर व महापुरुषों के द्वारा भी कई प्रसिद्ध नारों की रूपरेखा तैयार की गयी और उन्हें बोला गया।
तो नारों को बनाना एक सरल काम तो हैं लेकिन उन्हें प्रासंगिक करना उतना ही कठिन काम। यदि आपका उद्देश्य सही हैं और उस नारे से लोगों की (Slogan kaise banate hain) आम भावना जुड़ी हुई हैं और वह उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव ला सकता हैं या बुराई या अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठाता हैं तो अवश्य ही वह आम जन के बीच प्रासंगिक हो जाएगा।
नारों के प्रकार (Slogan topics in Hindi)
नारे की परिभाषा के बारे में तो आपने जान लिया है लेकिन नारे भी कई तरह के हो सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि नारा किस चीज़ से जुड़ा हुआ हैं, यह उसके प्रकार को प्रदर्शित करता है। अब कोई नारा आर्थिक रूप से जुड़ा हुआ हो सकता है तो किसी नारे का सामाजिक महत्व होता है तो कोई सामान्य रूप इ बच्चों की स्कूली शिक्षा से जुड़ा हुआ हो सकता है। ऐसे में नारों के प्रकार के बारे में जानते हैं।
- राजनीतिक नारा – Political Slogans in Hindi
यह नारे सबसे ज्यादा प्रचलित होते हैं। वर्तमान परिप्रेक्ष्य की बात की जाए तो राजनीतिक नारों का ही सबसे ज्यादा महत्व देखने को मिलता है। यह नारे सत्ताधारी पार्टी के द्वारा सत्ता में बने रहने के लिए दिए जा सकते हैं तो वही विपक्ष में बैठी पार्टी के लिए सत्ता में आने के लिए दिए जा सकते हैं। आप इसका उदाहरण वर्तमान में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम को देखकर समझ सकते हैं।
- धार्मिक नारा – Religious Slogans in Hindi
भूतकाल की बात की जाए तो पहले इन्ही नारों का ही बोलबाला था। चाहे कोई सामजिक क्रांति लानी होया राजनीतिक क्रांति लाने का उद्देश्य हो या कुछ और, हर जगह के लिए धर्म से जुड़े ही नारे बनाए जाते थे। लोगों को उनके नैतुक मूल्य, अधिकार व कर्तव्य बताने के लिए भी धार्मिक नारों का ही प्रयोग किया जाता था। वर्तमान में भी धार्मिक नारों का महत्व राजनीतिक नारों से कही अधिक बढ़कर होता है।
- सामाजिक नारा – Social Slogan in Hindi
अब यदि कोई नारा समाज के उत्थान से जुड़ा हुआ हो या उससे समाज का भला हो या समाज में व्याप्त किसी बुराई को मिटाना हो या कोई और चीज़ से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समाज से जुड़ी हुई हो तो वह नारा सामाजिक नारा कहा जा सकता है। हम अक्सर स्कूल में भी निबंध के रूप में इन नारों को लिखते हैं या खुद से बनाते हैं।
- आर्थिक नारा – Economic Slogan in Hindi
आर्थिक क्रांति लाने या लोगों को आर्थिक रूप से जागरूक करने या किसी चीज़ का प्रोमोशन करने या लोगों को उसके बारे में जानकारी देने इन नारों का इस्तेमाल किया जाता हैं। वर्तमान समय में कई बड़ी कंपनियां ऐसे नारों को अपनी कंपनी की टैगलाइन तक बना देती हैं ताकि वह कंपनी के नाम के साथ हमेशा के लिए जुड़ जाए और उसकी एक पहचान बन जाए।
- प्रेरणात्मक नारा – Inspirational Slogan in Hindi
अब यदि किसी नारे से लोगों को प्रेरणा मिले, वे अच्छा काम करने के लिए प्रेरित हो या उनके अंदर आध्यात्म का संचार हो तो उन नारों को प्रेरणात्मक नारों की श्रेणी में रखा जा सकता हैं। समय समय पर ऐसे नारे भी सामाजिक उत्थान में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
- सामान्य नारा – Common Slogan in Hindi
बहुत सारे नारे ऐसे होते हैं जो व्यक्ति विशेष से जुड़े हुए हो सकते हैं या जिसका कोई अपना अलग महत्व होता हैं लेकिन वह किसी बड़े समूह से नही जुड़े होते हैं। ऐसे नारों को सामान्य रूप से सभी के द्वरा भी इस्तेमाल किया जा सकता हैं या कुछ लोगों के द्वरा इस्तेमाल किया जा सकता हैं। इन्हें सामान्य नारों की श्रेणी में रखा जाता हैं।
- अन्य नारे
अब जो नारे ऊपर दी गयी श्रेणियों में नही आते हैं लेकिन फिर भी अलग अलग क्षेत्र से उनका संबंध होता हैं और वे उसमे अपना प्रभुत्व रखते हैं तो उन्हें भी नारों की संज्ञा दी जाती हैं। जैसे कि कोई नारा स्वास्थ्य की दृष्टि से जुड़ा हो तो दूसरा प्रकृति से तो तीसरा ब्रह्मांड से इत्यादि। ऐसे में सभी क्षेत्रों से जुड़ा हुआ कोई ना कोई नारा प्रासंगिक हो ही जाता हैं।
नारे लिखने का उद्देश्य (Slogan ka Mahatva in Hindi)
आखिरकार नारे क्यों लिखे जाते हैं और इन्हें लिखने या बोलने से क्या ही मिल जाता हैं? ऐसे कुछ प्रश्न भी आपके दिमाग में चल रहे होंगे और आप अवश्य ही इनका उत्तर जानना चाहते होंगे। तो यहाँ हम आपको बता दे कि किसी भी नारे को यूँ ही नही बनाया जाता है बल्कि उसे लिखने का एक औचित्य होता है। यदि कोई व्यक्ति नारा बोलता है या गढ़ता है तो उसके पीछे उसकी एक मंशा होती है। अब चाहे वह मंशा कैसी भी हो लेकिन उसे लोगों का साथ अवश्य चाहिए होता है। बिना लोगों के साथ के वह नारा नारा नही बन सकता है बल्कि उस व्यक्ति विशेष के द्वारा बोला गया एक सामान्य वाक्य बन कर रह जाता है।
इसलिए नारे लिखने और बोलने का उद्देश्य सामाजिक चेतना और जनक्रांति लाना होता है। इसके जरिये लोगों को जोड़ने का काम किया जाता है (Slogan importance in Hindi) और उन्हें जागरूक किया जाता है। वे सभी उस नारे को साथ लेकर बुराई या अत्याचार के विरुद्ध खड़े होते हैं या किसी नयी चीज़ की नींव रखते हैं। इस तरह नारों का उद्देश्य समाज में कुछ ना कुछ बदलाव लाने के उद्देश्य से ही किया जाता है।
प्रसिद्ध नारे और उनके रचियता (Famous Slogan in Hindi)
अब हम यहाँ आपके साथ भारत देश में कहे गए कुछ प्रसिद्ध नारों को रखेंगे और साथ ही उसे किसने दिया था, उनका नाम भी बताएँगे। आइए पढ़ें भारत देश के प्रसिद्ध नारों के बारे में।
- जय जवान जय किसान – लाल बहादुर शास्त्री
- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा – सुभाष चंद्र बोस
- करो या मरो – महात्मा गाँधी
- स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है ओर मैं इसे लेकर रहूँगा – बाल गंगाधर तिलक
- सबका साथ सबका विकास – नरेंद्र मोदी
- गरीबी हटाओ – इंदिरा गाँधी
- वेदों की ओर लौटो – स्वामी दयानंद सरस्वती
- इंकलाब जिंदाबाद – भगत सिंह
कुछ प्रसिद्ध स्लोगन
अब हम आपको कुछ ऐसे स्लोगन बताएँगे जिन्हें आप दूसरों को बोल सकते हैं या अपने स्कूल की किताब में भी लिख सकते हैं। यह स्लोगन अलग अलग विषयों पर आधारित हो सकते हैं जिनका आप अपनी सुविधा अनुसार इस्तेमाल कर सकते हैं।
- हम आगे बढ़ते रहेंगे।
- चलो मेरे साथ।
- दहेज़ को करो बाहर और बहु को लाओ अंदर।
- मनुष्य से भी ऊपर होती है प्रकृति।
- पशु भी होते है सम्मान के अधिकारी।
- निर्धन लोगों की सेवा होती है परम सेवा।
- ईश्वर भक्ति में मन लगाओगे तो हो जाएगा बेड़ा पार।
- दोस्ती ऐसी हो जो समय के साथ और पक्की होती चली जाए।
- मन होगा संतुलित तो जीवन ना होगा विचलित।
- चलते जाओ तो मार्ग मिलेगा ही।
इस तरह से आप भी कई तरह के नारे बना सकते हैं। यह नारे अलग अलग क्षेत्रो में अपनी अलग अलग भूमिका निभा सकते हैं और एक नयी क्रांति का संचार आम जन के मन में कर सकते हैं। तो अब आप ही बताइए, ऊपर दिए गए नारों में से कौन सा नारा आपको सबसे अधिक पसंद आया!!
स्लोगन से संबंधित प्रश्नोत्तर (Slogan In Hindi)
प्रश्न: हिंदी में स्लोगन कैसे लिखें?
उत्तर: हिंदी में स्लोगन लिखने के लिए पहले कुछ समय के लिए आत्म-मंथन करे और उसके बाद जो दिल से स्लोगन निकले, उसे लिख डाले।
प्रश्न: भारत के नारे कौन कौन से हैं?
उत्तर: भारत देश में अलग अलग विषयों पर समय समय पर कई नारे लिखे गए जिसमे से कुछ प्रसिद्ध नारों के बारे में जानकारी हमने आपको ऊपर दी है।
प्रश्न: स्लोगन को हिंदी में क्या कहते हैं?
उत्तर: स्लोगन को हिंदी में नारा कहते हैं।
प्रश्न: नारे कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर: नारे तरह तरह के हो सकते हैं जो अपने उद्देश्य और जुड़ाव के अनुसार विभिन्न विषयों से संबंधित होते हैं।
Also Read: जानिए साम दाम दंड भेद का अर्थ | Meaning of Saam Daam Dand Bhed