गरुड़ पुराण पहला अध्याय

गरुड़ पुराण पहला अध्याय | Garud Puran Adhyay 1

गरुड़ पुराण पहला अध्याय। Garud Puran Adhyay 1 प्राचीन समय की बात है, कि नैमिषारण्य क्षेत्र में शोनक आदि ऋषियों ने अनेक महर्षियो के साथ 7000 वर्ष पर्यंत चलने वाले यज्ञ को प्रारंभ किया था, जिससे उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति हो सके। उस क्षेत्र में सूत जी पधारे तब ऋषियों ने उनका बहुत आदर सत्कार किया। क्योंकि सूत जी…

देवशयनी एकादशी व्रत कथा, पूजा विधि
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देवशयनी एकादशी व्रत कथा, पूजा विधि

अनंत काल से ब्रह्मांड का चक्र निरंतर गति से चल रहा है, काल रूपी नाव में सवार यह संपूर्ण भौतिक जगत् सातत्य पूर्ण रूप से भ्रमण कर रहा है। दिन रात सर्दी, गर्मी, मास, वर्ष अपने स्थान पर सुचारू रूप से संचालित हो रहे हैं। अनंत समय से यह ब्रह्मांड ऐसे ही अपनी दिशा और गति में कार्यान्वित हैं। लेकिन ज़रा सोचिए…

हनुमान का सिना चिरना

हनुमान का सिना चिरना | Hanuman Ka Sina Chirna

हनुमान का सिना चिरना | Hanuman Ka Sina Chirna प्रभु श्री राम भगवान का राज्य अभिषेक हुआ। भगवान राम ने स्वयं अपने हाथों से सुग्रीव, विभीषण आदि को अनेक बहुमूल्य रत्न, वस्त्र, आभूषण आदि दिए थे। लेकिन उन्होंने हनुमान को अनदेखा कर दिया। सभी सदस्य सोच रहे थे, कि भगवान हनुमान को कैसे भूल सकते…

मार्कण्डेय पुराण

जानिए मार्कण्डेय पुराण का संक्षिप्त वर्णन

जानिए मार्कण्डेय पुराण का संक्षिप्त वर्णन मार्कण्डेय पुराण प्राचीनतम पुराणों मेसे एक माना जाता है।  इसमें ऋग्वेद की भांति अग्नि, इंद्र, सूर्य आदि सभी देवी देवताओं पर विवेचन किया गया है। उसी के भाँति गृहस्थाश्रम में कैसे जीना चाहिए, दिनचर्या हमारी कैसी होनी चाहिए। नित्यकर्म हमारे कैसे होने चाहिए इसके ऊपर आदि अनादी काल से…

गरुड़ पुराण पढ़ने से क्या होता है

जानिए गरुड़ पुराण क्यों पढ़ना चाहिए ? | Garud Puran Hindi

गरुड़ पुराण क्यों पढ़ना चाहिए ? | Garud Puran आज हम बात करेंगे गरुड़ पुराण की, गरुड़ पुराण वेदव्यास जी द्वारा लिखित एक पुराण है। और व्यासजी ने 18 पुराण लिखे हैं। इसमें गरुड़ पुराण भी शामिल है। यह पुराण वैष्णव संप्रदाय के मुख्य पुराणों मेसे एक है। 18 पुराणों मेसे गरुड़ पुराण एक विशेष…

लंका दहन

हनुमान लंका दहन से जुडी 10 बातें | लंका कांड

हनुमान लंका दहन | लंका कांड वैसे तो रामायण की कथाए सुनते रहते है, पर फिर भी प्रभु श्री राम और हनुमान के चरित्र और लीलाए इतनी हमे आकर्षित करती है, की हमे बार-बार पढ़ने की इच्छा होती रहती है। और कहा गया है, की कलयुग में जितना इस कथनो को पढ़ा जाये उतना अच्छा…

गरुड़ पुराण के अनुसार १६ घोर नरक

16 घोर नरक गरुड़ पुराण के अनुसार – Narak Garud Puran

गरुड़ पुराण के अनुसार 16 घोर नरक – Narak Garud Puran मृत्यु एक अटल सत्य है ,जिसे चाहे कोई भी बदल नहीं सकता। बदलते है तो सिर्फ हमारे कर्म ,पर कर्म करने के समय यह कोई नहीं सोचता ,के यह किये जाने वाला कर्म अच्छा हे या बुरा बस मनुष्य बुरे कर्म किये जाता है।…

चैत्र नवरात्रि व्रत कथा
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चैत्र नवरात्रि व्रत कथा सुनने मात्र से मोक्ष का मार्ग हो जाता हे सुलभ..

चैत्र नवरात्रि व्रत कथा सुनने मात्र से मोक्ष का मार्ग हो जाता हे सुलभ शाष्त्रो के अनुसार, चैत्र नवरात्री करने का फल, अश्वमेघ यग्न के समान बताया गया है। जिसे सुनने मात्र से ही, मोक्ष का मार्ग सुलभ हो जाता है। एक बार यह कथा, ब्रह्माजी ने बृहस्पति को सुनाई थी। ब्रह्माजी ने कहा के…

श्री कृष्ण लीला

कृष्ण की बचपन की कहानी संपूर्ण | श्री कृष्ण लीला

कृष्ण की बचपन की कहानी | श्री कृष्ण लीला कृष्ण लीला की कहानी – कृष्ण की बचपन की कहानी श्री मद भागवत पुराण के अनुसार विष्णु के आठवें अवतार को दस अवतारों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। और इन्हे सावले व्यक्ति के रूप में दर्शाया गया है। ,कहा जाता है, वह एक पैर पर…

गणेशजी जन्म

श्री गणेशजी जन्म से जुडी 4 पौराणिक कथाए

श्री गणेशजी जन्म कथाए हिंदू धर्म में कई भगवान या देवी-देवताओं के अस्तित्व को स्वीकार किया गया है। इन देवी-देवताओं को विशिष्ट उद्देश्यों के लिए प्रकट करते हुए, गणेशजी जन्म से जुडी कई कथाए हमारे पुराणों में बताई गई है। तो चलिए श्री गणेशजी जन्म से जुडी 4 पौराणिक कथाए का अध्ययन करते है। 1….

सती और पारवती

पुराणों में वर्णित सती और पारवती की कहानी

सती और पारवती सती और पारवती दोनों ही भगवन शंकर की पत्निया कहलाती है। और कहा जाता है की वह दोनों एक स्वरूप है। पर दोनों की कहानिया अलग अलग दर्शाई गई है। तो आइये जानते है पुराणों में वर्णित सती और पारवती की कहानी। सती की कहानी: सती राजा दक्ष की पुत्री थीं और…

Maa Kali Ki Katha

Maa Kali Ki Katha | महाकाली की कहानी

Maa Kali Ki Katha | महाकाली की कहानी महाकाली विनाश और प्रलय की पूजनीय देवी हैं। महाकाली सार्वभौमिक शक्ति, समय, जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म और मुक्ति की देवी हैं। वह काल (समय) का भक्षण करती है और फिर अपनी काली निराकारता को फिर से शुरू कर देती है। वह महाकाल की पत्नी भी हैं, महाकाली…

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