जानिए सीता लंका में कितने दिन रही
जानिए सीता लंका में कितने दिन रही
सीता लंका में कितने दिन रही ?
माता सीता के लंका में रहने पर सबकी अलग अलग राय बताई गई है। कई लोग ११ माह १४ दिन बताते है तो कई लोग १२ माह बताते है, तो मानस में 435 दिन बताया गया है।।
जब जटायु और श्री राम की भेट हुई। उसके बाद प्रभु माता शबरी के पास गए। फिर उन्हें ऋष्यमुख पर्वत पे भेजा गया। फिर प्रभु श्री राम से हनुमानजी की भेट हुई।
उसके बाद सुग्रीव से मिलने के पश्चात् जब बाली को मारा गया। उसके बाद सुग्रीव को राजा नियुक्त किया गया। तब पश्चात् चौमासा बैठ गया था। तो चार महीने चौमासे के तो निकालने ही थे।
क्यूंकि उसके पश्चात् ही सीता माता की खोज के लिए ,वानर टुकड़िओ को भेजा जा सकता था। जब चौमासा ख़त्म हुवा तब भी महाराज सुग्रीव भोग विलास में इतने डूब गए के उनको समय बीतने का भान ही नहीं रहा। पर हनुमानजी को इसका ज्ञात था ,वह कैसे भूलते।
तब लष्मणजी को लगा के महाराज अपना वचन भूल गए है। और वह क्रोध में किष्किन्दा पहुंच गए थे। तब किष्किंधा लष्मणजी के क्रोध से इधर उधर भाग रहा था।
लष्मणजी का क्रोध शांत करने के लिए हनुमानजी ने युक्ति लगाई ,के लष्मणजी नारी पर गुस्सा नहीं करेंगे तब हनुमानजी ने लष्मणजी के सामने देवी तारा को भेज दिया।
इस प्रकार जब देवी तारा के सामने लष्मणजी का क्रोध शांत हो गया। फिर हनुमानजी ने पहले से ही वानर सेना तैयार कर्ली थी। लष्मणजी ने यह देखकर उनका क्रोध और शांत हो गया।
फिर महाराज सुग्रीव ने उनसे माफ़ी मांगी की मुझे समय मर्यादा का भान नहीं रहा। फिर महाराज सुग्रीव ने कहा अभी कोई विलम्ब नहीं होगा। फिर उन्होंने तुरंत वानर टुकडिया तैयार की और सबको अलग अलग दिशा में सीता माता की खोज के लिए भेज दिया गया।
हनुमानजी ,अंगद ,जामवंत ,नल और नील दक्षिण की और गए। तभी हनुमानजी को पता चला की यह समुंदर पार करके १०० योजन दूर जाना था।
पर कौन जायेगा किसीके पास इतनी शक्ति नहीं थी के यह समुंदर पार कर सके तभी जामवन्तजी ने उनको हनुमानजी को शक्तिया याद दिलाई। और फिर हनुमानजी ने बड़ी छलांग लगाकर उड़ पड़े। अब सवाल यह है की माता सीता लंका में कितने दिन रही।
माता सीता लंका में कितने दिन रही?
जब सीता माता का हरण हुवा था तब वनवास के लगभग १३ साल बीत गए थे। तब से लेकर का समय और युद्ध ख़त्म होने के समय तक, यह अनुमान लगाया जाता है ,की लगभग सीता माता को लंका में रहे हुवे १ साल के करीब हुवे होंगे।
लंका में राम कितने दिन रहे?
लंका में राम 111 दिन रहने का अनुमान मानस में बताया गया है।
रावण ने सीता को क्यों नहीं छुआ?
क्यूंकि रावण को नलकुबेर द्वारा यह श्राप था के अगर कोई पराई स्त्री को गलत नियत से छू नहिओ सकेगा। वरना उसके सर के सौ टुकड़े हो जायेंगे।
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