जानिए तीर्थ कितने प्रकार के होते हैं | १२ तीर्थों के नाम

तीर्थ कितने प्रकार के होते हैं
तीर्थ कितने प्रकार के होते हैं

तीर्थ कितने प्रकार के होते हैं | १२ तीर्थों के नाम

तीर्थयात्रा: हालांकि हिंदू धर्म में भगवान को हर जगह प्रत्येक चीज में मौजूद कहा गया है। लेकिन ऐसे कई स्थल हैं, जहां परमात्मा किसी तरह से पृथ्वी पर अधिक स्पष्ट रूप से प्रकट हुवे है। और ऐसे स्थानों को बाद में उस परमात्मा के साथ जुड़ने के लिए सबसे अच्छा और सबसे शुभ स्थल माना जाता है। पूरे भारत में सैकड़ों तीर्थ स्थल हैं, लेकिन अधिकांश हिंदुओं को निम्नलिखित चार प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की यात्रा करने की इच्छा होती है।

1. उत्तर भारत में बद्रीनाथ मंदिर।

2. पूर्वी भारत के पुरी में जगन्नाथ मंदिर

3. दक्षिण भारत में रामेश्वरम मंदिर।

4. पश्चिम भारत में द्वारकाधीश मंदिर।

अन्य स्थानों पर जो यात्रा के लिए हिंदू को लुभाते हैं:

5. पुष्कर,

6. हरिद्वार,

7. प्रयाग,

8. उज्जैन,

9. नासिक,

10. गया,

11. मथुरा

और

12. वृंदावन।

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तीर्थ से जुड़े प्रश्न उत्तर


तीर्थ कितने प्रकार के होते है?

वैसे तो हिंदू संस्कृति में कही प्रकार के तीर्थ बताये गए है ,पर इनमे से मुख्य १२ तीर्थ हे, जो मुख्य बताये गए है। अधिकांश लोगो को वहा जाने की इच्छा ज्यादा होती है।

कौन सा तीर्थ?

४ तीर्थो को अति महत्व दिया गया है, जिसे हम चार धाम भी कहते है। हिंदू ग्रंथो अनुसार भारत के चार धाम बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पूरी और रामेश्वरम को बताया गया है।

परंतु उत्तराखंड के चार धाम का भी विशेष महत्व है ,जिसे छोटा चार धाम के नाम से भी जाना जाता है। जिसमे यमनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, और बद्रीनाथ शामिल है।

तीर्थ का अर्थ क्या है?

सभी तीर्थो का हमारे पुराणों में किसी न किसी कथा, कहानी के माध्यम से उल्लेख मिलता है, और भगवान् किसी न किसी रूप में वहा बिराजमान है। कहते है इनके दर्शन से आत्म शांति मिलती है, और हमारे सभी पाप नष्ट हो जाते है।


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