शिव पुराण तीसरा अध्याय | Shiv Puran Adhyay 3
शिव पुराण तीसरा अध्याय | Shiv Puran Adhyay 3 चक्षुला का पाप से भय एवं संसार से वैराग्य – शिव पुराण तीसरा अध्याय शौनक जी ने कहा – हे सूतजी! आप महाज्ञानी है। आपकी बताई हुई इस कथा को सुनकर में अत्यंत आनंदित हो गया। कृपा करके आप हमे ऐसी अन्य कथाएं भी सुनाइए। सूत…