गरुड़ देव जन्म कैसे हुआ
|

गरुड़ देव जन्म कैसे हुआ | Garud dev ki janm katha

गरुड़ देव जन्म कैसे हुआ | Garud dev ki janm katha ऋषि कश्यब की दो पत्निया थी ,एक का नाम विनता और दूसरी का कद्रु नाम था। एक बार ऋषि कश्यब ने पुत्रो की प्राप्ति की इच्छा हुई, और उनकी पत्नी कद्रु से पूछा की तुम्हे कितने पुत्र चाहिए, तब कद्रु ने कहा मुझे बहुत…

brahma vishnu mahesh

जानिए पद्म पुराण क्या है ? Padma Purana in Hindi

जानिए पद्म पुराण क्या है ? Padma Purana in Hindi पद्म पुराण अनेक प्रसिद्द धार्मिक पुराणों मेसे एक है। यह पुराण सबसे बड़े पुराण स्कन्द पुराण से छोटा है पर बाकि सारे पुराणों मेसे सबसे बड़ा और विशाल पुराण है। इसमें ५५ हज़ार श्लोक मिलते है। इसमें उपाख्यान और कथनो को ज़्यादा महत्व दिया गया…

भगवान शिव का वर्णन

भगवान शिव का वर्णन – Lord Shiva

भगवान शिव का वर्णन शिव: शिव त्रिदेवता में तीसरे शिव हैं, भगवान शिव का वर्णन शिव पुराण में जिसे महेश्वर(महान ईश्वर), महादेव (देवो के देव), शंभु, हरिहर (विष्णु के साथ संघ में), पिनाकधारी(हाथ में त्रिशूल) , मृत्युंजय (मृत्यु के विजेता) के रूप में भी जाना जाता है। वह महाकाल और भैरव के रूप में भी…

Durga Ji

Durga Ji दुर्गा जी कौन थी | Durga Devi Katha

Durga Ji दुर्गा जी कौन थी | Durga Devi Katha दुर्गा जी Durga Ji दुर्गा जी Durga Ji महिषासुर मर्दिनी के नाम से भी जानी जाती है। एक बार एक भैसा – महिसासुर नामक राक्षश था। सारे देवता मिलकर भी उससे परास्त नहीं कर पा रहे थे, इसलिए उन्होंने मदद के लिए भगवान शिव की…

वेद पुराण उपनिषद

जानिए वेद पुराण उपनिषद और स्मृति

हमारे प्राचीन ग्रंथ वेद पुराण उपनिषद और स्मृति 1. वेद: वेद हिन्दू धर्म की सबसे प्राचीन और पवित्र ग्रंथ माने जाते है। इसमें मंत्रो और अनुष्ठान का संग्रह मिलता है। हिंदू ऋषियों ने इस ज्ञान को इतना पवित्र माना कि लंबे समय तक उन्होंने इन्हें लिखित में नहीं दिया। उन्होंने अपनी स्मृति में उन्हें संरक्षित…

रामायण और महाभारत काल

रामायण और महाभारत काल का संक्षिप्त परिचय

रामायण और महाभारत काल 1. रामायण: रामायण की कहानी भक्ति, कर्तव्य और संबंधो की एक सुंदर कथा है। श्री राम (भगवान विष्णु के अवतार) और देवी सीता (देवी लक्ष्मी का अवतार) इस कहानी के आदर्श है। राम एक वीर,मर्यादापुरुषोत्तम ,कर्त्वयनिष्ठ और शक्तिशाली योद्धा थे। और माता सीता पति धर्म को पालन करने वाली आदर्श पत्नी…

मंदिर का अर्थ

मंदिर क्यों जाना चाहिए | मंदिर का अर्थ | मंदिर का महत्व

मंदिर क्यों जाना चाहिए | मंदिर का अर्थ | मंदिर का महत्व हिंदू मंदिर का अर्थ निम्नलिखित विशेषताओं के साथ पूजा का एक स्थान है: वास्तु-शास्त्र पर विशेष जोर देते हुए हमारे प्राचीन शास्त्रों में निर्धारित नियमों के अनुसार मंदिरों का निर्माण किया जाता है। मंदिर के निर्माण के दौरान, यह वास्तुकारों, कारीगरों, मूर्तिकारों और…

पवित्र पेड़

हिन्दू धर्म के १२ पवित्र पेड़, पौधे, फल, फुल

पवित्र पेड़ पौधे: हिंदू धर्म, प्रकृति प्रेम, विश्वास से वृक्षों को शाश्वत जीवन के आधार के रूप में माने जाते  हैं । कई पवित्र पेड़ और झाड़ियों के रूप में उनके औषधीय/सौंदर्य और प्राकृतिक गुणों के रूप में पवित्र माना जाता है। 1. तुलसी पवित्र पेड़: यह पौधा विष्णु के प्रतिक से सम्बंधित पवित्र माना…

शेष नाग
|

शेष नाग कौन है? संक्षिप्त परिचय | Sheshnaag

शेष नाग – Sheshnaag शेष नाग Sheshnaag: नाग देवता, जो पाताल क्षेत्र के राजा कहलाते है । भगवान विष्णु सृष्टि के अंतराल के दौरान अपने वाहन शेष नाग पे शयन करते है।

नंदी
|

नंदी कौन थे? नंदी लघु परिचय – Nandi Cow

नंदी – Nandi Cow नंदी: (Nandi Cow) सफेद बैल है और शक्ति और पौरुष का प्रतिनिधित्व करता है। भगवान शिव का वाहन, इसकी छवि आमतौर पर शिव मंदिर के प्रवेश द्वार पर रखी जाती है। आमतौर पर एक शिव भक्त मंदिर में प्रवेश करने पर नंदी के अंडकोष को छूता है।

कामधेनु गाय
|

कामधेनु गाय कौन थी ? – kamdhenu Cow

कामधेनु गाय – kamdhenu Cow कामधेनु गाय (Kamdhenu Cow) : देवताओं की पवित्र गाय है, जो सभी इच्छाओं को पूरा कर सकती हैं। कहा जाता है कि वह देव और असुरों द्वारा सागर के मंथन से निकली थीं। वह सभी गायों की मां मानी जाती है।

Garuda
|

विष्णु वाहन गरुड़(Garuda)के बारे में संक्षिप्त वर्णन

विष्णु वाहन गरुड़:(Garuda) विष्णु वाहन गरुड़:(Garuda) एक पक्षी देवता है, जिसमें एक चील का सिर और पंख हैं। वह भगवान विष्णु का वाहन है। उनकी छवि विष्णु मंदिर के प्रवेश द्वार पर रखी जाती है। गरुड़ के बड़े भाई अरुण, भगवान सूर्य के रथी हैं। उनका पुत्र जटायु था, जो गंभीर रूप से घायल हो…

End of content

End of content